झंडा उतारने और फटे झंडे को नष्ट करने के नियम
जनमुख, न्यूज।स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के बाद झंडे को उतारने के बाद उसे ससम्मान वापस सुरक्षित रखा जाए। हमारे देश में जिस तरह तिरंगा फहराने के नियम हैं, उसी तरह तिरंगा उतारने के भी नियम हैं। साथ ही यही तिरंगा फट जाए तो उसे किस तरह से नष्ट करें इसको लेकर भी नियम बनाया गया है। तो चलिए जानते हैं इन नियमों के बारे में
तिरंगा कैसे उतारें – नियमों के अनुसार तिरंगे को सबसे पहले धीरे-धीरे नीचे उतारा जाता है। इसके बाद इसे आड़ा करके केसरिया और हरे रंग की पट्टी को पीछे की तरफ इस तरह से मोड़ा जाता है कि सफेद रंग और अशोक चक्र ऊपर रहे। इसके बाद अशोक चक्र के दोनों तरह की सफ़ेद पट्टी को भी इस तरह पीछे मोड़ा जाता है, जिससे ऊपर सिर्फ अशोक चक्र दिखाई दे। अब इस झंडे को सम्मान के साथ संभालकर रखा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि झंडा जमीन को ना छुए।
कागज का तिरंगा : कई बच्चे कागज का झंडा फहराते हैं और फिर फेंक देते हैं जबकि कागज के तिरंगे को भी कभी जमीन पर नहीं फेंकना चाहिए। इसे संभालकर रख देना चाहिए आप इसे बहते पानी में भी समर्पित कर सकते हैं। इसके अलावा आप उस झंडे को निजी तौर पर डिस्पोज कर सकते हैं।
तिरंगा क्षतिग्रस्त हो जाए तो : अगर तिरंगा क्षतिग्रस्त हो जाए तो इस स्थिति में आप झंडे की ससम्मान घड़ी करके उसे एक लकड़ी के बॉक्स में रखकर किसी साफ जगह दफन कर सकते हैं। इसके अलावा आप घड़ी किए हुए तिरंगे को किसी साफ जगह निजी रूप से जला भी सकते हैं। हालांकि तिरंगे को तभी जलाया जा सकता है जब वह पूरी तरह से खराब हो चुका हो। साथ ही झंडा जलाने से पहले उसे तह करना भी जरूरी है।