बीएचयू में गंगा शोध केंद्र बंद करने पर हंगामा
वाराणसी,जनमुख न्यूज।काशी हिंदू विश्वविद्यालय में चल रहे गंगा शोध केंद्र को अब विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बंद करने का फैसला किया गया। जिसको लेकर इस केंद्र से जुड़े गंगा मित्रों ने वीसी आवास के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। धरना दे रहे लोगों ने कहा कि इस शोधकेंद्र से जुड़े तकरीबन ५०० से अधिक गंगा सेवा मित्र अब बेरोजगार हो गए हैं। उन्होंने मांग किया है कि इस केन्द्र को सुचारु रूप से चलने दिया जाए।२१ अप्रैल २०१५ को बीएचयू एक्सक्यूटिव काउंसिल ने इस रिसर्च अध्ययन केंद्र को मंजूरी दी थी। जहां गंगा नदी से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट पर रिसर्च अध्ययन कार्य किया जा रहा था। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फैसले के बाद छात्रों में काफ़ी गुस्सा है। रिसर्च केंद्र पर प्रोजेक्ट के आधार पर कार्य कर रहे गंगा मित्र धर्मेंद्र पटेल बातचीत में कहा कि यह फैसला मदन मोहन मालवीय जी के सपनों और संकल्पों को तोड़ने जैसा है।उन्होंने कहा कि इससे ७०० से अधिक गंगा मित्रों का रोजगार जुड़ा था। आखिर बिना किसी जांच के इसे अचानक क्यों बंद कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इसको लेकर हमने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा हैं। आज हमने इस पर दोबारा विचार करने के लिए कुलपति को चीफ प्रॉक्टर के माध्यम से ज्ञापन दिया गया।