एक हजार डॉलर प्रति डोज वाली डायबिटीज की नई दवा ‘Tirzepatide’ को भारत में मिली मंजूरी, जल्द बाजार में होगी उपलब्ध
नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। भारत में डायबिटीज के मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या के बीच एक नई दवा को भारत में मंजूरी दी गयी है। जो डायबिटीज को कंट्रोल करने के साथ-साथ मोटापे को भी नियंत्रित करेगी। इस दवा का नाम ‘Tirzepatide’ है। यह दवा भारतीय दवाइयों के मानक नियंत्रण संगठन से मंजूरी प्राप्त कर चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि यह दवा २०२५ तक भारत में उपलब्ध हो सकती है। वर्तमान में देश में १० करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित हैं।
किस तरह काम करती है नई दवा ‘Tirzepatide’
‘Tirzepatide’ एक ऐसी दवा है जो डायबिटीज और मोटापे को कंट्रोल करने के लिए बनाई गई है। यह दवा विशेष रूप से टाइप-२ डायबिटीज के मरीजों के लिए होगी। इसके सेवन से रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) का स्तर कंट्रोल में रहेगा और शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर होगा जिससे वजन घटाने में भी मदद मिलेगी। पिछले 10 सालों में डायबिटीज की दवाओं का बाजार बढ़ा है लेकिन इस दवा को लेकर खास उम्मीदें हैं। यह दवा उसी कंपनी ने बनाई है जिसने पहले एक प्रभावी वजन घटाने वाली दवा बनाई थी।
डायबिटीज की दवाएं आमतौर पर हार्मोन के स्तर को संतुलित करती हैं जिससे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। ‘Tirzepatide’ भी इसी तरह काम करती है लेकिन यह डायबिटीज के साथ-साथ मोटापे को भी नियंत्रित करने में मदद करेगी। यह दवा सप्ताह में एक बार ली जाएगी और शरीर में फैट को कम करने का काम करेगी। डॉक्टरों का मानना है कि यह दवा शरीर के मेटाबॉलिज्म को सुधारने और मोटापा घटाने में मददगार साबित होगी।
अमेरिका में 1000 डॉलर है दवा की कीमत
अभी इस दवा की कीमत के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। हालांकि अमेरिका में इस दवा की कीमत प्रति डोज लगभग 1000 डॉलर है लेकिन भारत में यह दवा सस्ती हो सकती है। भारत में इस दवा के आने में कुछ महीनों का समय है और इसकी कीमत भी भारतीय बाजार के हिसाब से तय की जाएगी।