7 घंटे में 36 बटुकों ने किया एक लाख महारुद्र मंत्रों का जाप
वाराणसी, जनमुख न्यूज। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के तीसरे साल का उत्सव सप्त चिरंजीवियों के आह्वान के साथ आरंभ हो चुका है। गुरुवार को धाम परिसर महारुद्र के मंत्रों से गुंजायमान हो उठा। ३६ बटुकों ने २४ घंटे तक एक लाख महारुद्र मंत्रों का जाप किया इसके साथ ही धार्मिक अनुष्ठान की शृंखला का दूसरा चरण पूर्ण हो गया। गुरुवार को श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के नवीनीकरण के तीन वर्ष पूर्ण होने पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में महारूद्र पाठ आरंभ हुआ।श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में ३६ बटुकों ने सुबह १० बजे विधि-विधान से महारुद्र का पाठ शुरू किया। इसके बाद नीलकंठ महादेव मंदिर के पास यज्ञ का आयोजन किया गया और महारुद्र पाठ की पूर्णाहुति हुई।यज्ञ अनुष्ठान में ३६ बटुकों और अर्चकों ने पूरे विधिपूर्वक पूजा अर्चना की और पौरोहित्य में सहभागिता की। यज्ञ अनुष्ठान के अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने यजमान की भूमिका निभाई।श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने समस्त सनातन समाज के सर्व कल्याण की कामना की। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि यह आयोजन न केवल काशी विश्वनाथ धाम के नवीनीकरण की उपलब्धियों का उत्सव है, बल्कि समस्त भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।