भागवत का बयान संविधान और स्वतंत्रता संग्राम का अपमान- राहुल गांधी
नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। दिल्ली में कांग्रेस के कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर आज लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के संविधान पर दिए गए बयान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने जो बयान दिया वह संविधान पर सीधा हमला था। उन्होंने कहा कि संविधान हमारी स्वतंत्रता का प्रतीक नहीं है जो कि बिल्कुल गलत है।
राहुल गांधी ने मोहन भागवत के बयान को देशद्रोह करार दिया। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत के पास यदि हिम्मत है तो वह २-३ दिन में ये बताए कि वह स्वतंत्रता संग्राम और संविधान के बारे में क्या सोचते हैं। उनका कहना कि संविधान और स्वतंत्रता संग्राम अवैध थे। ये एक बहुत बड़ा अपराध है। ऐसा कहना हमारे देश की स्वतंत्रता और हर भारतीय का अपमान है। अगर ये बयान किसी और देश में दिया जाता तो भागवत को गिरफ्तार कर न्यायिक कार्रवाई की जाती।’ उन्होंने आगे कहा कि ये समय है कि हम इस तरह की बकवास को रोकें, जो कुछ लोग बिना सोचे-समझे सार्वजनिक रूप से बोलते हैं।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा संविधान और इसके मूल्यों के लिए खड़ी रही है। उन्होंने ये बताया कि इस पार्टी का दृष्टिकोण संविधान को लेकर साफ है और हम इसके मूल्यों का पालन करते हुए देश की सेवा करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा दृष्टिकोण, संविधान का दृष्टिकोण यह एक विचारधारा है, जिसे हम हमेशा मानते आए हैं और आगे भी बनाए रखेंगे।’ राहुल ने कांग्रेस पार्टी के बारे में कहा कि वह हमेशा संविधान के रास्ते पर चलती है और ये पार्टी उस दिशा में अपने कामों को आगे बढ़ाती है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र और हरियाणा समेत हालिया विधानसभा चुनावों का हवाला देते हुए चुनावी प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े किए और दावा किया कि देश की चुनाव प्रणाली में गंभीर समस्या है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के नए मुख्यालय के उद्घाटन के बाद यह दावा भी किया कि आयोग महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान करने वालों के नाम और पते के साथ मतदाता सूची उपलब्ध कराने से इनकार कर रहा है, जबकि पारदर्शी होना उसका कर्तव्य है।
राहुल गांधी ने कह कि यह मत सोचिए कि हम निष्पक्ष स्थिति वाली लड़ाई लड़ रहे हैं। यदि आप मानते हैं कि हम सिर्फ भाजपा नाम के राजनीतिक संगठन और आरएसएस के खिलाफ लड़ रहे हैं, तो ऐसा नहीं है। उन्होंने हमारे देश की लगभग हर संस्था पर कब्जा कर लिया है।’ उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस के लोग सिर्फ भाजपा और आरएसएस से नहीं, बल्कि व्यवस्था से भी लड़ रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि मैंने साफ तौर पर कहा है कि महाराष्ट्र चुनाव में कुछ गलत हुआ है। हम चुनाव आयोग के काम करने के तरीके से खुश नहीं हैं। महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच अचानक करीब एक करोड़ नए मतदाताओं का सामने आना समस्या की बात है। राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान करने वालों के नाम और पते के साथ मतदाता सूची उपलब्ध कराना चुनाव आयोग का कर्तव्य है, लेकिन उसने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया है।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि यह ऐसी बात है जिसे हर कांग्रेसी और हर विपक्षी सदस्य को ध्यान में रखना चाहिए। हमारी चुनाव प्रणाली में एक गंभीर समस्या है। पारदर्शी होना चुनाव आयोग का कर्तव्य है।
इससे पहले कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने बुधवार को पार्टी के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन किया। पिछले करीब पांच दशक से पार्टी का मुख्यालय ‘२४ अकबर रोड’ था। अब मुख्य विपक्षी दल का नया मुख्यालय ‘९ए कोटला मार्ग’ पर बनाया गया है। सोनिया गांधी ने फीता काटकर नए भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद थे।