बीएचयू : पीड़िता कोर्ट रूम न जाए, वर्चअल ही जुड़े
वाराणसी ,जनमुख न्यूज। वीडियो से पीड़िता के गवाही या शिनाख्त के दौरान आरोपियों की ओर से अनावश्यक रूप से कोई स्थगन प्रस्तुत नहीं किया जाएगा। पेशी से पहले कमरे में चारों तरफ कैमरा घुमाकर कोर्ट यह देखेगा कि पीड़िता के अलावा उस कमरे में अन्य कोई व्यक्ति तो नहीं है। उधर, आरोपियों में शामिल कुणाल पांडे, आनंद चौहान और सक्षम पटेल ने आपत्ति दाखिल की। उनके वकील ने पेशी का विरोध किया। कहा- बीटेक की छात्रा इसका फायदा उठा सकती है। कोर्ट में कोई उसको कानून मदद भी दे सकता है।बता दें कि तीनों आरोपियों को जमानत और कोर्ट के चक्कर लगाते लगाते पीड़ित डिप्रेशन में चली गई है। गैंगरेप के एक साल बाद कोर्ट में पीड़िता ने बयान देकर वीसी के जरिए पेशी की गुहार लगाई थी।अब आपको बताते हैं कोर्ट में पीड़िता की दायर अपील देशभर में सुर्खियों में रहने वाले गैंगरेप पीड़िता ने फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज को कोर्ट में अपनी दुश्वारियां गिनाई, ऐप्लीकेशन देकर अपना दर्द पहुंचाया। छात्रा ने वर्चुअल पेशी की मांग करते हुए बताया कि उसकी परीक्षाएं चल रही हैं।कैंपस से कोर्ट के चक्कर लगाना परेशानी भरा है। इससे पढ़ाई और एग्जाम पर असर पड़ रहा है।कोर्ट की तारीखों में परीक्षा की तैयारी उलझ गई है, न्याय के लिए इंतजार भी लंबा होता नजर आ रहा है।