बिहार भूमि सर्वे : अगर जमीन के पूरे पेपर्स नहीं हैं, तो जानें कैसे होगा सर्वे
बिहार भूमि सर्वे से सम्बंधित यदि आपके पास जमीन से जुड़े सभी कागजात जैसे – खतियान, वंशावली,khata khasra bihar आदि मौजूद नहीं है तो आपको घबराने की कोई जरूरत नही है। क्युकी आपके बिहार में भूमि सर्वे के तहत सरकार ने कुछ नई व्यवस्थाओं को जारी किया है। जिसमे की बिहार में कुछ ऐसे भी लोग होंगे जिनके पास सही फाइल नही है फिर भी आपके जमीन का पहचान करना और माप हो सकता है। इसके लिए आपको कुछ जरूरी प्रक्रिया का पालन करना होगा। तो आइये भूमि सर्वे से सम्बंधित सभी जानकारियों को विस्तार से जानते हैं।
आपके बिहार में भूमि सर्वे चल रहा है जिससे कि राज्य के लाखों करोड़ों लोगों के मन में उम्मीद जगा दी है। क्योंकि यह सर्वे कई सालों से लम्बी जो भी जमीन पर कहासुनी है उसको सुलझाने में मदद कर सकता है लेकिन हां अगर आपके जमीन के पूरे पेपर नहीं है।
आपके उन पेपर्स में कुछ कमी है बिहार के सरकार ने इन सब मामलों के समाधान का एक रास्ते का एक सुझाव दिया है जिससे कि हर एक व्यक्ति के जमीन का रिकॉर्ड अच्छे तरीके से दर्ज हो सकेगा तो लिए हम समझते हैं कि अगर आपके पास जमीन के पूरे पेपर नहीं है तो आपको सर्वे के समय क्या करना होगा और यह प्रक्रिया कैसे होता है।
जानें सारी प्रक्रिया
आपके बिहार में भूमि का सर्वे चल रहा है जिससे की है बहुत बड़ा जरूरी प्रक्रिया है जिसका लक्ष्य राज्य के सारे जमीन के सही-सही रिकॉर्ड को तैयार करना है सर्वे के बाद जमीन के मालिक से जुड़े कहासुनी को सुलझाने में आसानी होगा अगर पुराने फाइल्स में गड़बड़ी और जमीन के असली मालिक की पहचान हो रही है तो मुश्किल भी इसे हल हो सकता है।
बिहार के सरकार ने इस सर्वे को हत्या आधुनिक तकनीकी और डिजिटल तरीके को इस्तेमाल करके बहुत ज्यादा उपयुक्त बनाने के लिए कोशिश किया है जिससे कि सर्वे में जनगणना की तरह पूरे राज्य में गांव-गांव में जाकर सर्वे हो रहा है इसमें क्या है कि ग्रामीणों से उनके जमीन के बारे में जानकारी लिया जा रहा है और उनके फाइल का जांच भी हो रहा है।
पुरे कागजात न होने पर करें ये उपाय
आप में से बहुत से ऐसे भी लोग होंगे जिसके पास जमीन का पूरा फाइल नही है या फिर पेपर खो गया है तो ऐसे में यह सवाल होता है कि क्या बिना फाइल के भी भूमि का सर्वे हो सकता है तो इसका जवाब है हा।
- पुराने कागजातों की तलाश करें: आप सबसे पहले अपने पुराने फाइल्स को खोजने की कोशिश करें। चाहे वो जमीन का रसीद हो, पर्चा हो, या कोई अन्य सरकारी पेपर। अगर आपके पास कोई भी फाइल हैं तो आप उन्हें संभालकर रखें क्योंकि यह सर्वे के समय आपकी मदद कर सकता हैं।
- स्थानीय पंचायत से संपर्क करें: आपका फाइल अगर खो गया है या फिर आपके पास कोई पेपर नहीं है तो आप अपने पंचायत या फिर स्थानीय प्रशासन से भी संपर्क कर सकते हैं क्योंकि पंचायत के पास आपके जमीन से जुड़े कुछ ऐसे रिकॉर्ड हो सकते हैं जिससे कि आप उनसे हेल्प भी मांग सकते है और जरूरी फाइल को भी प्राप्त करने की कोशिश आप कर सकते हैं।
- साक्ष्यों का संग्रह करें: यदि आपके पास जमीन का फाइल नहीं है तो भी आप अपने जमीन पर हकदारी को साबित कर सकते हैं इसके लिए आपको बता दे कि गांव की मदद लेनी होगी अगर आपके आसपास के लोग खास करके ग्रामीण से आप अपने हाथ की पुष्टि को करवा सकते हैं जिस की पंचायत या फिर ग्रामसभा में भी आपके जमीन से जुड़े साक्ष्यों को भी प्रस्तुत कर सकते हैं।
- सरकारी कार्यालयों से सहयोग लें: आपके बिहार सरकार से जुड़े विभागों के जरिए ही भूमि के रिकॉर्ड को डिजिटल किया गया है जिससे कि आप अपने इलाके के राजस्व कार्यालय या फिर तहसील से संपर्क कर सकते हैं यहां पर आप अपने जमीन के पुराने रिकॉर्ड को भी प्राप्त कर सकते हैं। और आप उसकी जांच भी करवा सकते हैं।
- समय पर दस्तावेज़ प्रस्तुत करें: जब भी सर्वे की टीम आपके गांव में आती है तो आपको समय पर अपने जमीन से जुड़े सभी फाइल को प्रस्तुत करना है कि अगर आपके पास फाइल नहीं है तो भी आप सर्वे टीम को अपनी स्थिति को भी समझ सकते हैं और उनसे आदेश ले सकते हैं कि आगे क्या करना है क्या नहीं।
सर्वे से जुड़ी जरुरी कागजात
- जमीन की रसीदें: यह सबसे बड़ा जरूरी फाइल है जिससे कि आपके जमीन पर आपका हक जताने का प्रमाण होता है जिसे की सबसे पहले प्रस्तुत किया जाता है।
- पुराना पर्चा: कई बार तो ऐसा भी होता है कि पुराने फॉर्म के जमीन का स्वामित्व को साबित करने के लिए बहुत हेल्पफुल होता है।
- सेटलमेंट दस्तावेज़: अगर आपने कुछ समय पहले ही नई जमीन को खरीदा है या फिर कोई सेटलमेंट किया है तो आप इससे जुड़े फ़ाइल को भी प्रस्तुत कर सकते हैं।
- नक्सा और सीमांकन: यदि आपके पास bihar bhu naksha है या फिर सीमांकन से जुड़ी कोई फाइल है तो उसे भी आपको दिखाना होगा।
भूमि सर्वे से होने वाले लाभ
बैंक बिहार में भूमि सर्वे का सबसे बड़ा लाभ यह है कि अब आपकी जमीन का रिकॉर्ड पूरे तरह से साफ और खुलापन होगा जिससे की भूमिका सनी में भी कमी आएगी और आपको आपके जमीन के मालिक को साबित करने के लिए बार-बार आपको फाइल्स की चिंता नहीं करनी होगी।
क्योंकि सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आपके पास साफ-सुथरा रिकॉर्ड होगा। जिससे की जमीन के खरीदने और बेचने या फिर बंटवारे में भी सहायता करेगा।
सर्वे प्रक्रिया से जुड़ी कुछ चुनौतियाँ
कुछ समय पहले ही सरकार ने इस सर्वे को सुचारू रूप से चलने के लिए काहे कम को उठाया है फिर भी बहुत से ऐसी जगह है जहां पर आप लोग को दिक्कत हो का सामना उठाना पड़ रहा है।
- कुछ इलाकों में तो आप लोगों के पास जमीन के सभी पेपर जैसे – bihar dakhil kharij,खतियान, वंशावली, आदि नहीं हैं या फिर फाइल गलत नाम पर हैं।
- कई जगहों पर जमीन का सीमांकन ठीक से नहीं हुआ है।
- ग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी के कारण लोग सही फाइल नहीं प्रस्तुत कर पा रहे हैं।
आपके सरकार और प्रशासन ने भी इन चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं जैसे की फाइल में कमी हो वहां पर पंचायत और सरकारी अधिकारियों की भी हेल्प ले जा रही है जिससे कि स्थानीय स्थल तेजी से किया जा रहा है ताकि हर एक व्यक्ति को सही जानकारी मिल सके।