पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में कांग्रेस अपने सभी कार्यक्रम सात दिन के लिए रद्द किए
नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में अपने सभी आधिकारिक कार्यक्रमों को सात दिन के लिए रद्द कर दिया है। मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह ९२ साल के थे। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया ‘दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के सम्मान में, स्थापना दिवस समारोह सहित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी आधिकारिक कार्यक्रम अगले सात दिन के लिए रद्द कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें सभी आंदोलनात्मक और संपर्क कार्यक्रम शामिल हैं। वेणुगोपाल ने बताया, ‘‘पार्टी के कार्यक्रम ३ जनवरी, २०२५ को फिर से शुरू होंगे। शोक की इस अवधि के दौरान पार्टी का झंडा आधा झुका रहेगा।
बिहार में भी सात दिन का राजकीय शो ,नीतीश ने रद् की प्रगति यात्रा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को अगले दो दिनों-२७ और २८ दिसंबर के लिए अपनी ‘प्रगति यात्रा’ रद्द कर दी। उनके कार्यालय ने इस बात की जानकारी दी है। बिहार में सात दिनों का राजकीय शोक भी घोषित हैं। यह फैसला पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद लिया गया, जिनका गुरुवार शाम ९२ साल की उम्र में निधन हो गया। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के लोगों तक पहुंचने के लिए नीतीश कुमार राज्यव्यापी दौरे, ‘प्रगति यात्रा’ पर थे। इससे पहले एक पोस्ट में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन दुखद है। नीतीश ने आगे लिखा था कि वे एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं अर्थशास्त्री थे। उनके नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली। डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है। हम दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। सिंह ने २००४ से २०१४ तक भारत के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया और उन्हें देश के आर्थिक सुधारों और वैश्विक कूटनीति को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए याद किया जाता है। उनके नेतृत्व और राष्ट्र के प्रति योगदान ने एक अमिट छाप छोड़ी है, जिससे उनका निधन पूरे देश के लिए गहरे दुख का क्षण बन गया है।सिंह के परिवार में उनकी पत्नी गुरचरण सिंह और तीन बेटियां हैं। विश्व स्तर पर प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, सिंह ने अपनी राजनीतिक यात्रा १९९१ के आर्थिक संकट के दौरान शुरू की जब तत्कालीन प्रधान मंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने उन्हें वित्त मंत्री के रूप में नियुक्त किया। १९९० के दशक में परिवर्तनकारी आर्थिक सुधारों का नेतृत्व करने के लिए जाने जाने वाले, वह अपने पीछे राजनीतिक और आर्थिक योगदान की एक विशिष्ट विरासत छोड़ गए हैं। डॉ. मनमोहन सिंह ३३ साल की सेवा के बाद इस साल की शुरुआत में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए।