24 घंटे में सर्राफा कारोबारी के कर्मचारी से छिनैती का खुलासा
वाराणसी, जनमुख न्यूज। सर्राफा कारोबारी के कर्मचारी से लाखों के जेवरात की छिनैती मामले का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा करने में कामयाबी हासिल की है। इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से नगदी और ज्वैलरी भी बरामद कर ली है। पुलिस की इस कामयाबी पर सर्राफा कारोबारियों ने खुशी जाहिर करते हुऐ पुलिस कमिश्नर के आवास पर जाकर उन्हें सम्मानित किया।
आज मामले का खुलासा करते हुए एसीपी कोतवाली डॉ. ईशान सोनी ने बताया कि लहुराबीर स्थित आभूषण की एक दुकान का कर्मचारी मुन्नालाल बृहस्पतिवार की दोपहर गहनों की मरम्मत कराने के लिए सुड़िया मंडी जा रहा था कि रास्ते में दो लोगों ने बातों में उलझा कर उसका गहनों वाला झोला ले लिया और मौके से फरार हो गए।
घटना की सूचना मिलने पर कोतवाली थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने सीसी कैमरों की फुटेज से आरोपियों को चिह्नित कर हरिश्चंद्र पार्क के समीप से पकड़ लिया गया। इसमें बेनीपुर पहड़िया मंडी निवासी कल्लू डोम, भदऊं चुंगी के पवन डोम उर्फ काले व बिनोद डोम और आभूषण खरीदने के आरोप में हनुमान फाटक निवासी स्वर्णकार अरविंद कुमार सेठ और अचल सेठ को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में अरविंद ने बताया कि वह विनोद डोम को जानता है। विनोद उसके यहां अक्सर सोने-चांदी के आभूषण बेचने आता रहता है।
बताया जाता है कि छिनैती के बाद में बदमाशों ने मुन्नालाल के पास से उड़ाऐ गए गहनों में से कुछ को शुभम स्वर्ण कला केंद्र, हनुमान फाटक के अरविंद सेठ को बेच दिया था। अरविंद के पास पर्याप्त पैसे न होने के कारण विनोद को उसने बाकि गहने बेचने के लिए निर्मला अलंकार मंदिर, हनुमान फाटक के संचालक अचल सेठ को बेचने के लिए भेजा था। अचल सेठ ने बताया कि वह विनोद डोम को 46000 रुपये दिया था। बताया जाता है कि जो पैसा मिला था उसे हरिश्चंद्र पार्क में बांटने के दौरान ही तीनों पकड़े गए।
पुलिस की इस सफलता पर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष अग्रवाल और महामंत्री रवि सर्राफ के नेतृत्व में आज सर्राफा व्यापारियों ने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को उनके आवास पर जाकर सम्मानित किया।