कश्मीर में राहुल का चुनाव प्रचार, किया राज्य का दर्जा बहाल कराने का वादा
श्रीनगर, जनमुख न्यूज। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रचार अभियान बुधवार से शुरू कर दिया। पार्टी नेता राहुल गांधी ने आज दो चुनावी सभाओं को संबोधित करने के साथ कांग्रेस-नेकां गठबंधन का चुनावी एजेंडा भी सेट किया। उन्होंने राज्य का दर्ज बहाल कराने के साथ-साथ बेरोजगारी के मुद्दे को धार दी। राहुल ने सबसे पहले संगलदान (रामबन) में रैली को संबोधित किया।
यहां उन्होंने कहा कि ये लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच में है। एक तरफ-नफरत, हिंसा, डर दूसरी तरफ-मोहब्बत और सम्मान हम कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चले, जिसमें हमने नारा दिया- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है।’ भाजपा का काम नफरत फैलाने का है, हमारा काम मोहब्बत फैलाने का है। वे तोड़ते हैं, हम जोड़ते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी छाती चौड़ी कर के आते थे, अब उनके कंधे झुक गए हैं। इस बार उन्होंने संसद में घुसने से पहले संविधान माथे पर लगाया और फिर अंदर गए। राहुल ने कहा कि मार्डन इंडिया में पहले राज्यों का बंटवारा होता था या किसी को राज्य का दर्जा दिया जाता था।
तेलंगाना बना, छत्त्तीसगढ़ बना, अरुणाचल को राज्य का दर्जा मिला लेकिन पहली बार किसी राज्य का दर्जा छिना गया है। जिसे हम वापस लाकर रहेंगे।राहुल गांधी ने कहा, ‘एक बात तो मान लीजिए कि यहां कांग्रेस पार्टी की गठबंधन की सरकार आने वाली है। यह निश्चित है यह होने जा रहा है। हमारा पहला काम सभी सरकारी रिक्तियों को भरना और आयु सीमा को ४० साल करना होगा। हम दैनिक वेतन भोगियों को नियमित और स्थायी करेंगे और उनकी आय बढ़ाएंगे’।
राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने पूरे देश में बेरोजगारी फैलाई। आपने अदाणी जी का नाम सुना है, वो मोदी जी के मित्र हैं। संसद में मुझे कहा कि मैं अदाणी और अंबानी का नाम नहीं ले सकता। तो मैंने कहा कि कुछ न कुछ तो कहना पड़ेगा, तो मैंने ए-वन, ए-टू नाम दिया है। पूरी की पूरी सरकार इन दो अरबपतियों के लिए चलाई जा रही है।
अगर आप देखेंगे तो जो आपसे राज्य का जो दर्जा छीना गया है, उसका भी लक्ष्य उन्हीं दो अरबपतियों की मदद के लिए छीना गया है।
नेता विपक्ष राहुल गांधी की सभा में नेकां के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा भी मौजूद थे।