सर्व सेवा संघ ने निकाली प्रभात फेरी
वाराणसी, जनमुख न्यूज। राजघाट से शास्त्री घाट तक लोगों को किया जागरूक, सर्व सेवा संघ को तोड़ने के विरोध में चला रहे अभियान अगस्त २०२३ में वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ को रेलवे ने अपनी जमाइन बताते हुए कब्जा कर लिया और वहां मौजूद भवनों का ध्वस्तीकरण कर दिया। इससे वहां रह रहे गांधीवादियों में जनाक्रोश भी देखने को मिला था। १३ एकड़ में फैले इस परिसर में करीब ८० मकान बने हुए थे। इनमें रहने के लिए मकान और ऑफिस थे जिन्हे बारी-बारी से गिराया गया था। इसके विरोध में सर्व सेवा संघ के कार्यकर्ता राम धीरज के नेतृत्व में गांधीवादी लोग पूरे देश से राजघाट पर पिछले १०० दिन से उपवास कर रहे थे।
इस उपवास के १००वें दिन गांधीवादियों ने राजघाट से वरुणा नदी के तट पर स्थित शास्त्री घाट तक प्रभातफेरी निकाली और लोगों को सर्व सेवा संघ पर किए गए कब्जे की कहानी बताई और उसे असंवैधानिक बताया।प्रभात फेरी में शामिल हुए पूरे देश से आये गांधीवादी प्रभात फेरी का नेतृत्व कर रहे सर्व सेवा संघ के कार्यकर्ता राम धीरज ने बताया- मोदी सरकार ने साल २०२३ में सर्व सेवा संघ को तोड़ दिया है। हमने उसे मुक्त करवाने के लिए १०० दिन तक उपवास किया और आज १००वें दिन हमने जनजागरण यात्रा प्रभातफेरी शक्ल में निकाली है। जो राजघाट से शास्त्री घाट तक जाएगी। गांधी जी के अहिंसा के मंदिर को गिराने के विरोध में पूरे देश से आज सैकड़ों गांधीवादी इस प्रभात फेरी में शामिल होने आये हैं। पूरे बनारस की करेंगे परिक्रमा राम धीरज ने आगे बताया- गांधी-विनोबा और जेपी की कर्मभूमि और विरासत को मोदी सरकार ने तोड़ दिया। जो गांधी पूरी दुनिया में सत्य और अहिंसा के लिए जाने जाते हैं उनके सत्य और अहिंसा के मंदिर को सरकार ने तोड़ दिया है। आगे हम अब पूरे बनारस की परिक्रमा करेंगे। बनारस में सरकार ने जहां-जहाँ किसानों-ग़रीबों का मकान तोड़ा है। विरासतों को तोड़ा है वहां जाएंगे और उनसे मिलेंगे। गांधीवादी पूरे देश में करेंगे यह परिक्रमा इसके लावा जो भी लोग इस यात्रा में जहां-जहां से आये हैं। वहां जाकर परिक्रमा करेंगे और ऐसे लोगों से मिलेंगे जिन्हे सरकार ने सताया है और उनके घरों को कार्यालयों को और प्रतिष्ठानों को बिना किसी आपत्ति के तोड़ दिया है।