संभल जाने से पहले ही नजरबंद किए गए सपा नेता, धरने बैठे कार्यकर्ता
लखनऊ, जनमुख न्यूज। सभंल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद हालात का जायजा लेने जा रहे सपा नेताओं को आज पुलिस प्रशासन ने लखनऊ में ही नजदबंद कर दिया। तथा संभल प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बिना अनुमति जिले में प्रवेश की पांबदी भी लगा दी। नेताओं के संभल के लिए निकलने से पहले ही आज सुबह लखनऊ में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के घरों के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई। पुलिस की कार्रवाई से नाराज सपा नेता माता प्रसाद पांडे अपने आवास पर कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए हैं और संभल जाने पर अड़े रहे।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि हमें कोई लिखित नोटिस तो दिया नहीं है। सिर्फ ऐसे ही बात करते हैं। बस घर के बाहर पुलिस लगा दी। नियमानुसार हमें नोटिस देनी चाहिए। सपा के इस धरना-प्रदर्शन में विधायक रविदास मल्होत्रा भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि संभल के लोगों को इंसाफ दो। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराई जाए। मृतक परिवार के लोगों को एक करोड़ रुपए मुआवजे के तौर पर दिए जाएं। बताया जाता है कि माता प्रसाद पांडेय के सेक्टर-११ वृंदावन योजना स्थित आवास के बाहर रात से ही पुलिस तैनात कर दी गई थी। अभी पुलिस बाहर तैनात है। पुलिस ने उन्हें संभल के डीएम का एक लेटर उपलब्ध कराया है।
सपा प्रतिनिधिमंडल पर प्रतिबंध लगाने पर अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए इसे सरकार की नाकामी बताया है।
लाल बिहारी यादव ने बताया कि पुलिस ने हमें संभल के डीएम का एक पत्र दिया है। इसमें कहा गया है कि १० दिसंबर तक संभल में प्रवेश निषेध है। इसके अलावा सपा अध्यक्ष श्यामलाल पाल के घर के बाहर भी पुलिस लगा दी गई है।
10 दिसंबर तक प्रवेश पर लगी रोक
डीएम द्वारा एक आदेश जारी कर कहा गया है कि 10 दिसंबर तक बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन, या फिर जनप्रतिनिधि का जिले की सीमा में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।