संभल में 5 लोगों की मौत के बाद तनाव, 1 दिसम्बर तक बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पाबंदी, इंटरनेट बंद, 21 अरेस्ट
लखनऊ, जनमुख न्यूज़। संभल में रविवार को भारी हिंसा हुई. जामा मस्जिद के सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में 5 लोगों की मौत हो गई । 20 पुलिसकर्मियों और 4 प्रशासनिक अधिकारियों समेत एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। मृतकों की पहचान नईम, बिलाल अंसारी, अयान, नौमान और मोहम्मद कैफ के रूप में हुई। इस बीच डीएम के आदेश पर 1 दिसंबर तक बाहरी लोगों पर जिले में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पथराव रागिनी के मामले में दो महिलाओं समेत 21 लोगों को अरेस्ट किया गया है। पूरे जिले में स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को कोर्ट के आदेश पर सर्वे टीम कोर्ट कमिश्नर की अगुवाई में आई थी। संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई भी टीम के साथ थे। एक घंटे बाद मस्जिद के बाहर लोगों की भारी भीड़ जुटने लगी। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठियां चलाकर सर्वे टीम को सुरक्षित मस्जिद से बाहर निकाला। कुछ देर में भीड़ फिर जुट गई और पथराव शुरू कर दिया। फायरिंग भी की गई। पुलिस- प्रशासन की कई गाड़ियों को आग के हवाले भी कर दिया गया। मौके पर पहुंची अन्य जिलों की पुलिस और पीएसी के साथ अधिकारियों ने उपद्रव करती भीड़ से मोर्चा लिया। इसके बावजूद करीब डेढ़ घंटे हालात बेकाबू रहे। हालात काबू में आए तो इस हिंसा में पांच लोगों की मौत की खबर सामने आई जिसमें से तीन लोगों की मौत गोली लगने से हुई है । हालांकि मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने पुलिस की गोली से किसी की मौत होने की बात से इंकार करते हुए प्रदर्शनकारियों के बीच एक दूसरे से गोली से लगने की मौत की बात कही है। इस उपद्रव में 20 पुलिसकर्मियों और 4 प्रशासनिक अधिकारियों समेत एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।
प्रशासन की सख्ती
जिले के बेहद तनावपूर्ण माहौल के बीच प्रशासन में सख्ती बढ़ा दी है 12 वीं तक के सभी स्कूल कॉलेज सोमवार को बंद कर दिए गए। इंटरनेट सेवाएं बंद है और 01 दिसम्बर तक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। शहर की सीमाओं को सील कर दिया गया है।