आरजी कर अस्पताल के तीन अधिकारियों को हटाया गया
कोलकाता, जनमुख न्यूज। कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में परास्नातक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या की घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर की मांग के आगे झुकते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को अस्पताल के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को हटा दिया।राज्य के स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम ने कहा कि चिकित्सकों की मांग के अनुसार, आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष को कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्राचार्य पद से भी हटा दिया गया है।उन्होंने कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को राज्य द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
निकाला और नारेबाजी की। वहीं, झांसी में प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान कानून व्यवस्था को लेकर यूपी डीजीपी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कंट्रोल रूम से खुद तैयारियों को परखा और बंद की आड़ में हिंसा करने की साजिश करने वाले असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने का निर्देश दिया। डीजीपी ने बताया कि बंद को शांतिपूर्ण एवं प्रजातांत्रिक तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस मुस्तैद हैं। फिलहाल पूरे प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है और संगठनों के ज्ञापन अधिकारियों द्वारा लिए जा रहे हैं।
बुधवार शाम को जारी एक आदेश के अनुसार, आरजी कर अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक एवं उप प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) बुलबुल मुखोपाध्याय को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है और उनकी जगह सप्तर्षि चटर्जी को नियुक्त किया गया है।मानस कुमार बंद्योपाध्याय को अस्पताल का नया प्राचार्य नियुक्त किया गया।