पिता की विरासत नहीं बचा सके उद्धव ठाकरे?
मुंबई, जनमुख न्यूज़। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के आज आए परिणामों ने ठाकरे परिवार को बड़ा झटका दिया है। आज के परिणामों को लेकर अब यह चर्चा फिर शुरू हो गई है कि शिवसेना उद्धव गुट के नेता और बालासाहेब ठाकरे के पुत्र उद्धव ठाकरे अपने पिता की विरासत नहीं बचा सके हैं। हालांकि इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे की पार्टी ने नौ लोकसभा सीटें जीतकर अपने विरोधियों को कड़ा जवाब दिया था। लेकिन लेकिन आज आए विधानसभा चुनाव परिणाम में उद्धव ठाकरे की पार्टी सिर्फ 17 सीटों पर सिमट कर रह गई है।
दरअसल ढाई साल पहले उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी तोड़कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी इसके बाद से उधर ठाकरे लगातार वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं क्योंकि एकनाथ शिंदे ने सरकार बनाने के साथ-साथ बाला साहब ठाकरे द्वारा बनाई गई शिवसेना पार्टी को भी अपने कब्जे में ले लिया था और पार्टी के सिंबल भी हासिल करने में कामयाबी पाई थी। लोकसभा चुनाव में 17 सीटों पर लड़कर 9 सीटें हासिल करने के बाद शिवसेना को उम्मीद थी की विधानसभा चुनाव में एक बार फिर वह वापसी करेगी और पिछले ढाई सालों से महाराष्ट्र में चल रहे असली शिवसेना और नकली शिवसेना के खेल में वह अपने को असली शिवसेना साबित कर पाएगी।
आज के परिणाम में उद्धव ठाकरे की पार्टी को लगभग 11% वोट मिले हैं जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 12% से ज्यादा मत हासिल हुए हैं और एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र और ठाणे के शिवसेना के गढ़ वाले इलाकों में भी अच्छी सफलता हासिल की है। आज की हार के बाद उद्धय ठाकरे को अपने सांसदों को बचा रखने के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा और बालासाहेब ठाकरे का खुद को असली वारिस साबित करने के लिए उनको फिर 5 साल इंतजार करना पड़ेगा।