संभल में 16 वीं सदी की मस्जिद को लेकर क्या है विवाद, क्यों हुआ सर्वे : तनाव के चलते भारी फोर्स तैनात
लखनऊ, जनमुख न्यूज़। ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के बाद से कई दूसरे स्थानों पर मंदिर- मस्जिद विवाद के मामले बढ़ते जा रहे हैं। और मस्जिदों के नीचे मन्दिर होने के दावे के साथ सर्वे की मांग वाली याचिका अदालत में पहुँच रही है। ताजा मामला पश्चिम उत्तर प्रदेश के संभल जिले का है। जहाँ कोर्ट के आदेश पर अधिकारियों ने मंगलवार को शहर के मध्य स्थित 16 वीं सदी की जामा मस्ज़िद का सर्वेक्षण किया।
उल्लेखनीय है कि एक पुजारी ने स्थानीय अदालत में याचिका दायर की और दावा किया कि मस्जिद मुस्लिम शासकों द्वारा ध्वस्त किए गए मंदिर के खंडहरों पर बनाई गई थी। जिस पर जिला अदालत ने सर्वे का आदेश देते हुए 29 नंवबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश जारी किया है।
तनाव बढ़ने के बाद गुरुवार को संभल शहर किले में तब्दील हो गया और शहर के मध्य स्थित मस्जिद तक पहुंचने वाले तीन में से दो रास्तों को सील कर दिया गया।
स्थानीय पुलिस के अलावा, जिला प्रशासन ने शहर की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ, पीएसी और आरएएफ के जवानों को भी तैनात किया है। एसपी (संभल) कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा: “हमने मस्जिद के न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वेक्षण के मद्देनजर शुक्रवार को पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कार्रवाई शुरू कर दी है। हमने मौलवियों और शाही मस्जिद समिति के सदस्यों के साथ कई दौर की बातचीत की है।
मस्जिद के सर्वे की याचिका दायर करने वाले चंदौसी में कालका देवी मंदिर के महंत ऋषि राज गिरि ने दावा किया कि मुगल सम्राट बाबर ने 1529 में हरिहर मंदिर नामक मंदिर को ध्वस्त कर दिया था। “अंदर एक शिवालय है। एक द्वार जो सदियों से बंद पड़ा है। लोगों ने इसे देखा है। अब, मैंने इसे अपने हाथ में ले लिया है। अदालत जो भी कहेगी, हम उसका पालन करेंगे।
जल्दीबाजी में सर्वेक्षण का आदेश
बताया जाता है कि स्थानीय मंदिर के पुजारी ने मंगलवार दोपहर 1.30 बजे स्थानीय अदालत में एक आवेदन दायर कर मस्जिद का सर्वेक्षण करने की मांग की थी। जिस पर अगले तीन घंटों तक दलीलें सुनने के बाद सिविल जज (सीनियर डिवीजन) आदित्य सिंह की अदालत ने एडवोकेट कमिश्नर रमेश चंद राघव को मस्जिद स्थल का प्रारंभिक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वहां कोई मंदिर था या नहीं और 29 नवंबर तक सर्वेक्षण रिपोर्ट मांगी।